The Greatest Guide To Shodashi
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कामपूर्णजकाराख्यसुपीठान्तर्न्निवासिनीम् ।
सर्वेषां ध्यानमात्रात्सवितुरुदरगा चोदयन्ती मनीषां
While the particular intention or significance of this variation may well differ dependant on personal or cultural interpretations, it might usually be comprehended being an prolonged invocation of your combined Vitality of Lalita Tripurasundari.
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When Lord Shiva heard regarding the demise of his wife, he couldn’t control his anger, and he beheaded Sati’s father. Even now, when his anger was assuaged, he revived Daksha’s lifestyle and bestowed him that has a goat’s head.
शैलाधिराजतनयां शङ्करप्रियवल्लभाम् ।
The path to enlightenment is commonly depicted being an allegorical journey, Using the Goddess serving since the emblem of supreme energy and energy that propels read more the seeker from darkness to mild.
ह्रींश्रीर्मैंमन्त्ररूपा हरिहरविनुताऽगस्त्यपत्नीप्रदिष्टा
हस्ते चिन्मुद्रिकाढ्या हतबहुदनुजा हस्तिकृत्तिप्रिया मे
As being the camphor is burnt into the fireplace right away, the sins made by the individual become cost-free from Those people. There isn't a any as such need to find an auspicious time to get started on the accomplishment. But next periods are explained to become Exclusive for this.
चक्रे बाह्य-दशारके विलसितं देव्या पूर-श्र्याख्यया
शस्त्रैरस्त्र-चयैश्च चाप-निवहैरत्युग्र-तेजो-भरैः ।
भर्त्री स्वानुप्रवेशाद्वियदनिलमुखैः पञ्चभूतैः स्वसृष्टैः ।
यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।